आसमान नीला क्यों होता है | Why is the Sky Blue in Hindi 2023

आसमान नीला क्यों होता है | Why is the Sky Blue in Hindi

आसमान नीला क्यों होता है? Why is the Sky Blue in Hindi– क्या आपको पता है की आसमान नीला होने की वजह क्या है, यदि नहीं पता तो आज जान जायेंगे

आपके भी मन में कभी ना कभी यह सवाल जरूर आया होगा आसमान देख कर की आसमान नीला क्यों होता है आसमान नीला होने के पीछे वजह क्या है, यदि आप भी ऐसा सोचते है की आसमान नीला क्यों है तो आपको आज इस सवाल का जवाब जरूर मिलेगा

आसमान का रंग कैसा होता है, आसमान का रंग नीला क्यों दिखाई देता है, विज्ञान की माने तो आसमान का कोई रंग नहीं है, क्योंकि आपको नीला तभी दिखाई देता है जब आप धरती से आसमान को देखते हैं

जब अंतरिक्ष (Space) से आसमान को देखते है तो आसमान का कोई रंग नहीं दिखाई देता है, वही जब हम धरती से आसमान को देखते है तो काला दिखाई देता है, ऐसा क्यों होता है आज जानेंगे

यदि आपने विज्ञान अच्छे से पढ़ा है तो आपको इस बारे में पूरी नॉलेज होनी चाहिए, यदि नहीं पता है तो कोई बात नहीं आज में आपको बताऊंगा

आसमान का रंग नीला क्यों है | आसमान का रंग नीला क्यों दिखाई पड़ता है

कुछ चीजे ऐसी होती हैं जो आपको सोचने पर मजबूर कर देती हैं, जैसे की आसमान नीला क्यों है इसके बारे में शायद ही किसी को अच्छे से जानकारी होगी

पहले की बात करें तो विज्ञान उतना विकसित नहीं था लेकिन वर्तमान में विज्ञान बहुत विकसित हो गया है, आइए जानते हैं इस मामले में विज्ञान क्या कहता है।

विज्ञान की माने तो आसमान का कोई रंग नहीं है, आकाश का रंग नीला तो है ये आपको भी पता होगा लेकिन आकाश का रंग नीला क्यों दिखाई देता है आज में आपको विस्तार से बताऊंगा

आकाश का रंग नीला इसलिए नहीं है की वातावरण अन्य रंगो को अवशोषित करता है, बल्कि इसलिए कि वातावरण लंबे तरंग दैर्ध्य (लाल) प्रकाश की तुलना में कम तरंग दैर्ध्य (नीला) प्रकाश को अधिक हद तक बिखेरता है

सूरज से नीली रौशनी हर तरह से बिखरी हुई है, अन्य रंगों की तुलना में बहुत अधिक है, इसलिए जब आप दिन के आकाश को देखते हैं तो आप जहां भी देखते हैं, नीला दिखाई देता है

यदि इसे आसान भाषा में समझा जाये तो सूर्य की किरणें पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरती हैं और जब सूर्य आकाश में ऊँचा होता है, तो नीला प्रकाश वातावरण के चारों ओर फैल जाता है, जिससे आकाश हमें नीला दिखाई देता है।

सूर्य से निकलने वाली किरणें सात रंगों के मिश्रण से बनी होती हैं, जिन्हें हम आसानी से याद रखने के लिए उन्हें विबग्योर (VIBGYOR) के नाम से पुकारते हैं।

  • (V) का अर्थ है बैंगनी
  • (I) का अर्थ नील
  • (B) का अर्थ नीला
  • (G) का अर्थ हरा
  • (Y) का अर्थ पीला
  • (O) का अर्थ नारंगी
  • (R) का अर्थ लाल

जब सूर्य की किरणें हमारे वायुमंडल से टकराती हैं, तो यह इन 7 रंगों में विभाजित हो जाती है क्योंकि अधिकांश नीला प्रकाश वातावरण में बिखरा होता है, इसलिए हमें आकाश का रंग नीला दिखाई देता है।

आसमान का रंग कौन सा होता है?

पृथ्वी के वायुमंडल में गैसें और कण सभी दिशाओं में सूर्य के प्रकाश को बिखेरते हैं। नीली रोशनी अन्य रंगों की तुलना में अधिक बिखरी हुई है क्योंकि यह छोटी, छोटी तरंगों के रूप में यात्रा करती है, इसी की वजह से अधिकतर आसमान का रंग नीला दिखाई देता है

आसमान का रंग नीला क्यों दिखाई पड़ता है, आज आपको इसके बारे में पूरी जानकारी मिल ही गई होगी, अगर कोई आपसे अभी पूछे तो अब आप उसे जवाब के तौर पर बता सकते हैं कि आसमान का रंग ज्यादातर नीला क्यों दिखाई देता है।

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